उत्तराखंड में लगातार हो रही अतिवृष्टि के चलते श्री केदारनाथ धाम सहित राज्य के कई क्षेत्रों में आपदा का खतरा मंडरा रहा है। इस स्थिति को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दूरभाष के माध्यम से राज्य में आपदा की गंभीर स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने श्री केदारनाथ धाम समेत राज्य के उन सभी क्षेत्रों का फीडबैक लिया जो आपदा की दृष्टि से संवेदनशील माने जाते हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा किसी भी सूरत में बाधित न हो और यात्रियों को आवागमन में कोई कठिनाई न हो। इसके लिए केंद्र सरकार की आपातकालीन राहत एजेंसियां — एनडीआरएफ (NDRF) और आईटीबीपी (ITBP) — को अलर्ट मोड पर रखा गया है और जरूरत पड़ने पर तत्काल तैनाती की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव अभियान पूरी मुस्तैदी से चलाया जाए और जरूरतमंद लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जाए। गृहमंत्री ने राज्य के अन्य संवेदनशील जिलों की भी सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत पहुंचाई जा सके।
गृहमंत्री ने राज्य सरकार को आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार हर कदम पर राज्य के साथ खड़ी है और आपदा की इस घड़ी में हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस संवेदनशील, सक्रिय और सहृदय नेतृत्व के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन से चारधाम यात्रा और आपदा प्रबंधन की व्यवस्थाएं मजबूत हुई हैं और लोगों को राहत मिल रही है।
राज्य सरकार और प्रशासन ने चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम और मार्ग की स्थिति की जानकारी लेकर ही यात्रा पर निकलें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
उत्तराखंड प्रशासन पूरी सतर्कता से आपदा से निपटने के लिए तैयार है और केंद्र सरकार के सहयोग से राहत एवं बचाव कार्यों को तेज गति से अंजाम दिया जा रहा है।