गमशाली।
उत्तराखंड में चमोली जिले के गमशाली गांव में बर्फबारी के बीच फंसे चार पर्यटकों का पुलिस ने रेस्क्यू किया. सभी पर्यटकों को मलारी लाया गया है. चमोली जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने इसकी जानकारी दी. पर्यटकों को घाटी में तैनात आईटीबीपी और बीआरओ ओर से सभी प्रकार की मदद दी जा रही है। वहीं बदरीनाथ धाम में फंसे 50 मजदूरों को भी निकालने का प्रयास किया जा रहा। जिलाधिकारी संदीप तिवारी के मुताबिक पर्यटकों के वाहनों को बर्फ हटाने के बाद ही निकाला जाएगा। चारों पर्यटक प्रशासन को सूचना दिए बिना घाटी में घूमने गए थे। चारों पर्यटक ऋषिकेश के रहने वाले है। जिला प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वो उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जाने से पहले प्रशासन को सूचना अवश्य दे. साथ ही प्रशासन की ओर से जारी एडवाइजरी पर भी जरूर ध्यान दे। बता दें कि बीती 27 दिसंबर को चमोली और उसके आसपास के इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई थी। इसी बर्फबारी में नीति घाटी क्षेत्र के गमशाली गांव में ऋषिकेश के चार पर्यटक फंस गए थे. चारों पर्यटक प्रशासन को बिना बताए गमशाली गांव में बर्फबारी का आनंद लेने गए थे, लेकिन इसी बीच वहां काफी बर्फबारी हुई, जिससे वो वहीं पर फंस गए। जैसे ही ये जानकारी प्रशासन को मिली तो तत्काल उनके रेस्क्यू के लिए टीम भेजी गई. टीम ने चारों पर्यटकों का सकुशल रेस्क्यू किया. आइटीबीपी और BRO की तरफ से भी पर्यटकों की पूरी मदद की जा रही है. पर्यटकों को मलारी लाया गया है, जबकि उनके वाहन फिलहाल गमशाली में ही फंसे हुए हैं. बर्फ हटाने के बाद ही पर्यटकों के वाहन निकाले जाएंगे. BRO की ओर से बर्फ हटाने का काम लगातार जारी है, जल्दी ही मार्ग की सुचारू किया जाएगा।
बदरीनाथ धाम में भी फंसे 50 मजदूर
वहीं बदरीनाथ धाम में भी तीन से चार फीट तक बर्फ पड़ चुकी है. ऐसे में बदरीनाथ हाईवे पर भी आवाजाही करना मुश्किल है. हनुमान चट्टी से बदरीनाथ की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है. बर्फबारी के कारण इस 20 किमी के हिस्से में आवाजाही करना मुश्किल है. हालांकि बीआरओ की टीम हाईवे से बर्फ हटाने का काम कर रही है, लेकिन ज्यादा बर्फ होने से BRO को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि मास्टर प्लान के तहत बदरीनाथ में कार्य कर रहे 50 से अधिक मजदूर अभी भी धाम में ही फंसे हुए है. वहां फंसे सभी मजदूरों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है